अपने बच्चे को मुख्य चरित्र के रूप में दिखाने वाली व्यक्तिगत, एक-एक तरह की कहानियां बनाएं।अपनी कथा को शिल्प करें, अपना कथानक चुनें।यह एक बच्चे की जिज्ञासा या जीवन में लाई गई परी-कथा की प्रतिक्रिया हो सकती है।